भारत: विविधता में एकता का देश
भारत, जिसे हम प्यार से ‘हिंदुस्तान’ या ‘इंडिया’ भी कहते हैं, विश्व का सबसे पुराना और समृद्ध संस्कृति का धनी देश है। यहाँ की विविधता, रंग-बिरंगी संस्कृति, परंपराएं और धार्मिक विश्वास इसे विशेष बनाते हैं। भारत न केवल अपनी भौगोलिक विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की संस्कृति, इतिहास और सभ्यता भी अद्वितीय हैं।
इतिहास की गहराई
भारत का इतिहास बहुत ही प्राचीन और गौरवमयी है। सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर मौर्य, गुप्त, मुग़ल और ब्रिटिश साम्राज्य तक, भारत ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं। भारत की स्वतंत्रता संग्राम की कहानी भी अत्यंत प्रेरणादायक है। महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस जैसे महान नायकों के संघर्ष और बलिदान ने भारत को स्वतंत्रता दिलाई।
सांस्कृतिक धरोहर
भारत की संस्कृति बहुत ही समृद्ध और विविधतापूर्ण है। यहाँ विभिन्न धर्मों, भाषाओं, रीति-रिवाजों और परंपराओं का संगम देखने को मिलता है। भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायी मिल-जुलकर रहते हैं। हर राज्य की अपनी विशेष भाषा, पहनावा, भोजन और त्योहार होते हैं, जो इस देश की सांस्कृतिक धरोहर को और भी रंगीन बनाते हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य
भारत का प्राकृतिक सौंदर्य भी अद्वितीय है। यहाँ की हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियाँ, राजस्थान के रेगिस्तान, केरल के हरे-भरे बैकवाटर, गोवा के समुद्र तट और उत्तर-पूर्व के घने वन सभी मिलकर भारत की प्राकृतिक विविधता को प्रस्तुत करते हैं। हर राज्य का अपना एक अलग प्राकृतिक आकर्षण है, जो पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है।
आर्थिक और तकनीकी प्रगति
विगत कुछ दशकों में भारत ने आर्थिक और तकनीकी क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति की है। भारत अब विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। यहाँ की सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष अनुसंधान और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान और मंगलयान जैसी परियोजनाओं के माध्यम से पूरे विश्व में अपनी धाक जमाई है।
लोकतंत्र का उत्सव
भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यहाँ पर हर पाँच साल में चुनाव होते हैं, जिसमें जनता अपने प्रतिनिधियों का चयन करती है। भारतीय संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार और स्वतंत्रता प्रदान करता है। यहाँ की न्याय प्रणाली, संसद और शासन प्रणाली लोकतंत्र के उत्सव को प्रस्तुत करते हैं।
त्योहारों का देश
भारत को ‘त्योहारों का देश’ भी कहा जाता है। यहाँ के हर राज्य और हर धर्म के अपने-अपने त्योहार होते हैं। दिवाली, होली, ईद, क्रिसमस, गुरुपर्व, पोंगल, बिहू और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहार यहाँ के लोगों के